उबल रहा अब रक्त देश का ... इस कविता के माध्यम से मैं उन देश द्रोहियों को चेतावनी देना चाहता हूँ ,जो ... उबल रहा अब रक्त देश का ... इस कविता के माध्यम से मैं उन देश द्रोहियों को चेतावनी...
हरियाली गायब हो गई है प्रदूषण का प्रचार हो रहा है देखो ना! मेरा देश मर रहा है। हरियाली गायब हो गई है प्रदूषण का प्रचार हो रहा है देखो ना! मेरा देश मर रहा...
प्यार की "आज़म"नहीं की बातें वो ज़ुबां का रोज़ ही तीखा रहा। प्यार की "आज़म"नहीं की बातें वो ज़ुबां का रोज़ ही तीखा रहा।
रुक गई कलम भारती लिखी नहींं जाती हम भी है मुजरिम तेरे हम बच नहींं सकते। रुक गई कलम भारती लिखी नहींं जाती हम भी है मुजरिम तेरे हम बच नहींं सकते।
रुका नहीं है यह मंजर जो हर ओर चला, देश मेरे छोड़ तुझे मैं कहाँ चला। रुका नहीं है यह मंजर जो हर ओर चला, देश मेरे छोड़ तुझे मैं कहाँ चला।
रक्त जानता यही कि देश ही पुकारती । वीर युद्ध में न माॅंग पुष्प हार मालती ।। रक्त जानता यही कि देश ही पुकारती । वीर युद्ध में न माॅंग पुष्प हार मालती ।।